नई दिल्ली : युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सरकार वापिस देश ला रही है। इसमें सबसे ज्यादा छात्र मेडिकल के हैं। वहां पर परीक्षा और इंटर्नशिप छोड़कर आने से हजारों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है। भारत सरकार से इस दिशा में कदम उठाने की मांग की जा रही थी, जिस पर अब नेशनल मेडिकल कमीशन ने अपना रुख साफ कर दिया है। साथ ही यूक्रेन से लौटे छात्रों को एक राहत भरी खबर दी है।
अब विदेशों में इंटरनशिप पूरी नहीं कर पाए ग्रेजुएट छात्र भारत में ही बचा हुआ प्रशिक्षण पूरा कर सकेंगे या नई इंटरनशिप के लिए आवेदन कर सकेंगे। एनएमसी और सरकार के बीच इस संबंध में चर्चाएं जारी थी। हालांकि, इसके लिए छात्रों को शिक्षा से जुड़े कुछ जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे।
चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने यूक्रेन से भारतीय मेडिकल छात्रों की चल रही वापसी के बीच फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स को भारत में अपनी अनिवार्य 12 महीने की इंटर्नशिप को पूरा करने की अनुमति दे दी है। आयोग द्वारा एक नोटिस जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि अगर स्टूडेंट्स फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एफएमजीई परीक्षा पास कर लेते हैं तो वो भारत में अधूरी रही अपनी इंटर्नशिप को पूरा कर सकते हैं। एनएमसी द्वारा ये नोटिस शुक्रवार को जारी की गई थी।
- 14 ਜੂਨ ਤੱਕ ਆਨਲਾਈਨ ਆਧਾਰ ਅਪਡੇਟ ਮੁਫ਼ਤ : ਡਿਪਟੀ ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਜਨਰਲ ਭਾਵਨਾ ਗਰਗ
- ਵਿਦਿਆਰਥੀਆਂ ਲਈ ਨਵੀਂ ਕਿਤਾਬਾਂ ਦੀ ਸਪਲਾਈ ਜਿਲ੍ਹਾ ਸਿੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ (ਸੈਕੰਡਰੀ ਐਲੀਮੈਂਟਰੀ) ਲਲਿਤਾ ਅਰੋੜਾ ਵੱਲੋਂ ਹਰੀ ਝੰਡੀ
- ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵਲੋਂ 4 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦੀ ਲਾਗਤ ਨਾਲ ਬਣਾਈ ਜਾਵੇਗੀ ਚੱਬੇਵਾਲ-ਬਜਰਾਵਰ-ਪੱਟੀ ਲਿੰਕ ਰੋਡ : ਡਾ. ਰਾਜ ਕੁਮਾਰ
- LATEST : ਰਵਿੰਦਰਪਾਲ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ ਨੇ DCP INVESTIGATION AMRITSAR ਵਜੋਂ ਅਹੁਦਾ ਸੰਭਾਲਿਆ
- ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਪਵਨ ਨੇ ਕੀਤਾ ਹੁਸ਼ਿਆਰਪੁਰ ਦੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਅਰਬਨ ਆਯੂਸ਼ਮਾਨ ਆਰੋਗਿਆ ਕੇੰਦਰਾਂ ਦਾ ਅਚਨਚੇਤ ਦੌਰਾ
- ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਦੇਸ਼ ਦੀਆ ਨਾਮੀ ਕੰਪਨੀਆਂ ‘ਚ ਸਿਖਲਾਈ ਦਾ ਮੌਕਾ, 31 ਮਾਰਚ ਤੱਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦੈ ਅਪਲਾਈ

EDITOR
CANADIAN DOABA TIMES
Email: editor@doabatimes.com
Mob:. 98146-40032 whtsapp