LATEST.. नगर कौंसिल अध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी विधायक द्वारा नजर अंदाज किए जाने के विरोध में पार्षद व पूर्व कौंसिल अध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी गुप्ता ने किया पार्टी.. More Read


सुजानपुर 2 जून(रााजिंदरसिंह राजन / अविनाश) : सुजानपुर नगर कौंसिल में आज अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद व पूर्व कौंसिल अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता की ओर से पार्टी विधायक दिनेश सिंह बब्बू द्वारा अनके अध्यक्ष पद के दावे को नजरअंदाज किए जाने के विरोध स्वरूप राजकुमार गुप्ता की ओर से अपने निवास स्थान पर पत्रकार वार्ता आयोजित करके भारतीय जनता पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया गया। इस मौके पर पार्षद राजकुमार गुप्ता ने कहा कि उन्होंने 45 वर्ष की कड़ी मेहनत से सुजानपुर में भारतीय जनता पार्टी के वृक्ष को सींचा है। वह नगर कौंसिल में भाजपा के पहले पार्षद बने 5 बार पार्षद का चुनाव जीता एक बार नगर कौंसिल अध्यक्ष पद पर रहे सुजानपुर विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक उन्हें कुछ नहीं दिया तथा इस बार भी उनकी ओर से पार्टी हाईकमान विधायक दिनेश सिंह बब्बू को यह कहा गया था कि बह उनके नाम पर अपनी सहमति दें वह सुजानपुर में भाजपा की नगर कौंसिल बनाकर देंगे। लेकिन आज नगर कौंसिल की बैठक में भाजपा के विधायक दिनेश सिंह बब्बू की ओर से कांग्रेस के साथ मिलकर फ्रेंडली मैच खेला गया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव में अनुराधा बाली के नाम प्रपोज होने के बाद जब कांग्रेस की सीट पार्षद बबली महाजन तथा पार्षद रमेश कुमार द्वारा बबली महाजन के नाम अध्यक्ष पद के लिए लिया गया तब मेरे द्वारा विधायक दिनेश सिंह बब्बू को हाउस में ही कहा गया कि वह मेरे नाम पर जा भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नाम पर अपनी सहमति दें। हम अपना नगर कौंसिल अध्यक्ष बनाएंगे लेकिन दिनेश सिंह बब्बू की ओर से ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के हक में साथ पार्षद होने के बावजूद वह अपना अध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास 6 पार्षदों व एक विधायक के वोट के साथ-साथ मुझे कांग्रेस के दो पार्षदों का भी समर्थन मिल रहा था। लेकिन इसके बावजूद भी मेरे दावे को नजरअंदाज करके मेरे साथ विश्वासघात किया गया है। उन्होंने कहा कि उससे पहले जब नगर कोषाध्यक्ष बने थे तब भारतीय जनता पार्टी के छह पार्षद जीते थे तथा कांग्रेस के साथ पार्षद जीतने के बावजूद भी मैं पहला भारतीय जनता पार्टी का नगर कौंसिल अध्यक्ष बना था। उन्होंने कहा कि दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी की ओर से 10 सीटें जीत लेने के बावजूद भी मुझे नगर कौंसिल का अध्यक्ष नहीं बनाया गया था इस बार भी जब कांग्रेस की आपसी लड़ाई के चलते मैं नगर कौंसिल अध्यक्ष बन सकता था। तब बी विधायक दिनेश सिंह बब्बू की ओर से मेरा समर्थन नहीं किया गया तथा कांग्रेस के साथ फ्रेंडली मैच करके उसका अध्यक्ष बनवा दिया गया उन्होंने कहा कि अपने साथ हुई धक्के शाही के विरोध में दया अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में वह किसी भी कीमत पर सुजानपुर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का विधायक नहीं बनने देंगे। वहीं उन्होंने कहा कि जिला पठानकोट में ही वह भारतीय जनता पार्टी को जीतने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सुजानपुर में अपने हाथ से खींचे गए भाजपा के वृक्ष की जड़ों को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देते तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे। इस संबंधी जब सुजानपुर के विधायक दिनेश सिंह बब्बू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से ऐसी कोई बात नहीं की गई है। जबकि राजकुमार गुप्ता की पार्टी छोड़ने वालों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। इससे संबंधित जय भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि संबंधि राजकुमार गुप्ता से बात करेंगे तथा इसकी पूरी जानकारी लेंगे

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