BREAKING: प्लाज्मा मुफ़्त मुहैया होगा, बेचने / खरीदने की इजाज़त नहीं होगी -कैप्टन अमरिन्दर सिंह

प्लाज्मा मुफ़्त मुहैया होगा, बेचने /खरीदने की इजाज़त नहीं होगी -कैप्टन अमरिन्दर सिंह

मंजूरी मिलने के बाद राज्य ने दो और प्लाज्मा बैंकों के लिए उपकरणों की खरीद हेतु टैंडर प्रक्रिया शुरू की

चंडीगढ़, 30 जुलाई:
 
कोविड के फैलाव और मौतों की दर बढऩे के दरमियान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से सभी ज़रूरतमंदों को प्लाज्मा मुफ़्त मुहैया करवाया जायेगा।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को यह यकीनी बनाने के सख्त आदेश दिए कि कोविड के मरीज़ों से प्लाज्मा थरैपी की कोई कीमत न वसूली जाये और यह भी कि किसी को भी प्लाज्मा खरीदने या बेचने का अधिकार नहीं है क्योंकि प्लाज्मा कोरोनावायरस के किसी भी इलाज की अनुपस्थिति में कई मामलों में जानें बचाने में सहायक साबित हुआ है।
 
मुख्यमंत्री ने तंदुरुस्त हुए कोविड के मरीज़ों को कोविड के मरीज़ों की जानें बचाने के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने डिप्टी कमिशनरों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोविड के प्रबंधों की समीक्षा के लिए वीडियो काँफ्रेंसिंग के द्वारा हुई एक मीटिंग के मौके पर ऐसे मरीज़ों को अपना प्लाज्मा दान करने के लिए उत्साहित करने के लिए भी कहा। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा समय के दौरान राज्य में कोविड के तकरीबन 10,000 मरीज़ ठीक हो चुके हैं और उनकी सरकार की प्राथमिकता राज्य में हरेक की जि़ंदगी को बचाना है।
 
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि अमृतसर और फरीदकोट में दो प्लाज्मा बैंक स्थापित करने सम्बन्धी तेज़ी से कार्यवाही की जाये जिससे पटियाला में पहले ही चल रहे प्लाज्मा बैंक को सहारा मिल सके। कैबिनेट मंत्री ओ.पी. सोनी ने इस मौके पर मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि नये बैंकों सम्बन्धी मंज़ूरी हासिल हो चुकी है और उपकरणों की खरीद के लिए टैंडर जारी किये जा रहे हैं।
 
राज्य में बढ़ते जा रहे मामलों पर चिंता ज़ाहिर करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू को कहा कि समूह जि़ला अस्पतालों में संक्रमण के मामूली मामलों वाले मरीज़ों की देखभाल और इलाज के लिए 10 बैड स्थापित करने हेतु उचित प्रस्ताव तैयार करके भेजा जाये। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऐसी सुविधा पहले राज्य के सभी सिवल अस्पतालों के लिए प्रस्तावित की थी।
 
मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमिशनरों को बहुत ज़्यादा बीमार मरीज़ों के लिए ट्रशरी स्वास्थ्य संस्थानों में उनके सभ्य देखभाल यकीनी बनाने के लिए बेहतरीन तालमेल बिठाने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने सबसे अधिक मामलों वाले पाँच जिलों में नियुक्त समर्पित नोडल अफसरों के साथ बेहतर तालमेल के साथ काम करने के निर्देश भी दिए। इन अफसरों को डा. के.के. तलवाड़ के नेतृत्व वाले स्वास्थ्य माहिरों के साथ सलाह -मशवरे के द्वारा उच्च दर्जे का इलाज यकीनी बनाने का काम सौंपा गया है।
 
मुख्य सचिव विनी महाजन ने सुझाव दिया कि सभी फील्ड अफसरों, जिनमें डिप्टी कमिशनर और एस.एस.पीज़ शामिल हों, को अगले दो महीनों के लिए रात के समय भी अपनी तैनाती वाले स्थानों पर ही रहना चाहिए क्योंकि पंजाब के लिए यह नाजुक समय है जिसके दौरान मामलों के बढऩे की संभावना है। उन्होंने आगे कहा कि यह उम्मीद की जाती है कि यह अफ़सर हालात पर हमेशा काबू पाने में सफल होंगे। 
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