के.एम.एस कॉलेज के प्रतिनिधि मंडल पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप ना मिलने के सम्बंध में जिलाधीश से की मुलाकात


दसूूहा / होशियारपुर 28 नवंंबर(चौधरी) : आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जालंधर के अधीन बीबी अमर कौर जी एजुकेशनल सोसाइटी की तरफ से स्थापित के.एम.एस. कॉलेज ऑफ आई.टी. एंड मैनेजमेंट चौ.बंता सिंह कलोनी दसूहा में प्रिंसीपल डॉ शबनम कौर ने बातचीत करते हुए बताया कि पिछले दिनों के.एम.एस कॉलेज के प्रतिनिधि मंडल, जिसमें प्रिंसीपल डॉ शबनम कौर के नेतृत्व में चेयरमैन चौ.कुमार सैनी और डॉयरेक्टर डॉ. मानव सैनी की उपस्थिति में जिलाध्यक्ष होशियारपुर से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप ना मिलने के सम्बंध में मुलाकात की और याद पत्र सौंपा।

उन्होंने जिलाध्यक्ष को छात्रों और कॉलेज के मौजूदा हालातों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार के आदेशों अनुसार अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को बिना फीस लिए पढ़ाया गया। इनमें से कुछ विद्यार्थी अपनी डिग्री और डिप्लोमा भी पूरा कर चुके हैं। यह शैक्षिक संस्थाएं धारी आर्थिक संकट में आ चुकी है। कोरोना महामारी संकट दौरान पिछले करीब 9 महीने से बंद होने के कारण और कर्जे के बोझ कारण यह बंद होने की कगार पर हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के मंत्रियों द्वारा दिए जा रहे बयानों के अनुसार यह राशि करीब 1100 करोड रुपए बनती है।

उन्होंने कहा कि के.एम.एस कॉलेज जैसे छोटे संस्थानों के लिए यह एक गंभीर समस्या है, जैसे के वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 दौरान के.एम.एस कॉलेज में ही करीब 650 विद्यार्थियों को इस स्कीम अधीन पढ़ाया गया है। जिनकी बकाया राशि लगभग 3 करोड़ पर बनती है। बिल का सरकार द्वारा ऑडिट भी किया जा चुका है। अगर यह राशि मौजूदा सरकारों द्वारा ना दी गई तो भविष्य में ऐसी स्कीमों अधीन विद्यार्थियों को दाखिले देने के लिए शैक्षिक संस्थाएं असमर्थ होंगी उन्होंने राज्य सरकार और केंद्रीय सरकार को अपील करते हुए कहा के इन शैक्षिक संस्थाओं को बकाया राशि जल्द से जल्द अदा की जाए नहीं तो वह अनुसूचित जाति के बच्चों की डिग्रियां देने में असमर्थ होंगे। इस अवसर पर लखविंदर कौर और मनिंदर सिंह भी उपस्थित थे।

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