Pathankot – ससुराल वालों ने उसे दहेज के लिए तंग परेशान करना शुरू कर दिया, अब्ब पुलिस जाने

(Rajinder rajan  verB/Chief Pathankot)

सुजानपुर निवासी वंदना देवी पुत्री सुभाष कुमार ने पrajan त्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि उसकी शादी दिनांक 23 अक्तूबर 2016 को सुरजीत सिंह पुत्र बबरीत सिंह निवाrसी छोटा भनवाल (सुजानपुर) के साथ हुई थी तथा विवाह के कुछ समय पश्चात ही उनके ससुराल वालों ने उसे दहेज के लिए तंग परेशान करना शुरू कर दिया.

 

तथा उसे हर बार मायके से पैसे लेकर आने की डिमांड करते रहे। जिसके चलते वह काफी परेशान रहने लगी। पीडि़ता वंदना देवी ने बताया कि उसके गर्भवती होने के चलते उसने दिनांक 25 सितम्बर 2017 को सिविल अस्पताल पठानकोट में एक बच्चे ने जन्म दिया और जब अस्पताल से उसे छुट्टी मिली तो उसके पति ने उसे डांटते हुए मायके घर चली जाने हेतु कहा। जिसके चलते वह अपने ससुराल पक्ष व पति के डर से अपने मायके घर चली गई और ससुरालियों से तंग परेशान होने के चलते उसने दिनांक 23 नवम्बर 2017 को अपने साथ हुई दुव्र्यवहार की शिकायत एस.एस.पी पठानकोट से की। जिसके चलते एस.एस.पी साहिब ने उनकी शिकायत को वूमैनसैल पठानकोट में मार्क कर दी।

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जिस पर वूमैन सैल पठानकोट ने आगे उसकी दर्खास्त को इंक्वायरी के लिए वूमैन सैल धारकलां को भेज दिया। जहां वूमैन सैल धारकलां द्वारा की गई जांच पड़ताल दौरान उलटा उसके ससुराल पक्ष में उन्हें दिनांक 27 सितम्बर 2017 को यह ब्यान दर्ज करवा दिए कि उसने (वंदना देवी)ने उनके परिवार के साथ मारपीट की है और उसके पश्चात वह अपने मायके घर (सुजानपुर) चली गई है, जबकि उनके ससुराल पक्ष द्वारा उस पर लगाए गए आरोप सरासर गलत व बेबुनियाद है,क्योंकि दिनांक 27 सितम्बर 2017 को वह बच्चे को जन्म देने के पश्चात अस्पताल में दाखिल थी और जब कोई महिला बच्चे को जन्म देती तो उसका भी पुर्नजन्म होता है और शरीर बिल्कुल नाजुक होता है, जिसके चलते वह कैसे उनके साथ मारपीट कर सकती है। उन्होंने कहा कि वूमैन सैल धारकलां द्वारा की गई इस जांच से वह बिल्कुल संतुष्ट नही है। जिसके चलते उसने फिर से इंसाफ के लिए दिनांक 20 जुलाई 2020 को रि.इंक्वायरी हेतु दर्खास्त देकर एस.एस.पी से मांग की। जिस पर एस.एस.पी साहिब ने उक्त केस की जांच डी.एस.पी (हैडक्वार्टर)ललित शर्मा को मार्क की। जिसके चलते उसने अपने साथ हुई आपबीती के बारे में डी.एस.पी ललित शर्मा अवगत करवाया और अस्पताल में दाखिल होने के सबूत दिए। जिस पर डी.एस.पी साहिब ने उसे भरोसा दिया था कि वह केस की पूरी जांच पड़ताल करके उन्हें इंसाफ दिलाएंगे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस द्वारा न तो उनके ससुराल पक्ष पर कोई मामला दर्ज किया गया और न ही उसे किसी प्रकार का इंसाफ दिलाया गया। जिसके चलते वह पुलिस उच्चाधिकारियों व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मांग करती है कि वह शीघ्र अतिशीघ्र उनके दहेजलोभी ससुरालियों पर मामला दर्ज करके उन्हें इंसाफ दिलाएं ताकि उसे कुछ राहत मिल सके।

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