LATEST: सरकारी स्कूलों में दाखिला बढ़ने के मुख्य कारणों में एडमिशन का सरल होना, स्मार्ट क्लास रूम, पढ़ाई के लिए ई-कंटेंट का प्रयोग, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर: शैलेंद्र ठाकुर

जिला शिक्षा सुधार टीम के इंचार्ज शैलेंद्र ठाकुर मिर्जापुर गांव के लोगों को अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए मोटिवेट करते हुए उनके साथ रविंदर पाल सिंह रजनीश गुलियानी क व अन्य
 
सरकारी स्कूलों में बढ़े दाखिला, अधिकारी पहना रहे अमलीजामा
 
सरकारी स्कूलों में है बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर: शैलेंद्र ठाकुर
 
 
शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों की तर्ज पर अपने आपको जहां स्मार्ट बना लिया है वहीं अब टक्कर देनी भी शुरू कर दी है।
 
 
होशियारपुर (आदेश ) शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों की तर्ज पर अपने आपको जहां स्मार्ट बना लिया है, वहीं अब टक्कर देनी भी शुरू कर दी है। जिला शिक्षा सुधार टीम के इंचार्ज शैलेंद्र ठाकुर ने अपनी टीम सदस्यों के साथ सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर में विजिट किया और विद्यार्थियों की दाखिला बढ़ाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
 
तत्पश्चात उन्होंने अध्यापकों को साथ लेकर स्कूलों में नए दाखिल होने वाले बच्चों के घर जाकर उन्हें सरकारी स्कूलों में पंजीकरण करवाने के लिए प्रेरित किया और सरकार द्वारा विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में अवगत करवाया। स्कूल में नए दाखिल होने वाले बच्चों के लिए वह उपहार स्वरूप स्कूल बैग और कॉपी पेंसिल साथ लेकर गए थे जो उन्होंने नहीं दाखिल होने वाले बच्चों को भेंट की।
 
शैलेंद्र ठाकुर ने बताया कि पंजाब के सरकारी स्कूलों पर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स का विश्वास तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि अब सरकारी को स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट स्कूलों से कहीं बेहतर है, उन्होंने कहा के अभिभावकों को सरकारी स्कूलों पर विश्वास करके देखना होगा, पुरानी पीढ़ी भी इन्हीं सरकारी स्कूलों में पढ़ पर ही  पढ़ाई की है क्या बे किसी से कम है। इनमें से तो कई प्राइवेट स्कूलों के मालिक बड़े उद्योगपति भी है। इसके अलावा शासन प्रशासन में भी सरकारी स्कूलों के पढ़े हुए विद्यार्थी ही विराजमान हैं। उन्होंने बताया के शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार बीते वर्ष राज्य के स्कूलों में नए दाखिलों में 10.38 फीसदी का इजाफा हुआ है।
 
पिछले सत्र में विद्यार्थियों की संख्या 23 लाख 52 हजार 112 थी जो इस साल बढ़कर 25 लाख 96 हजार 281 रही है। इनमें से 1 लाख 14 हजार 773 विद्यार्थी निजी स्कूलों से सरकारी स्कूल में आए हैं। प्री-प्राइमरी स्कूलों में 34.30 की दर से सबसे अधिक एडमिशन हुए हैं। सरकारी स्कूलों में सेशन 2021-22 के लिए जहां दाखिला मुहिम की शुरूआत कर दी गई है, वहीं विभाग ने सरकारी स्कूलों में दाखिला बढ़ाने के उद्देश्य से कई तरह की रूप रेखाएं तैयार की है ।
 
शिक्षा विभाग के मुताबिक सेशन 2020-21 दौरान सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षा से बारहवीं कक्षा तक पंद्रह फीसद की बढ़ोतरी हुई थी। इस साल भी इससे अधिक दाखिला करने के लिए स्कूलों, अध्यापकों को प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में दाखिला बढ़ने के मुख्य कारणों में निजी स्कूलों की तुलना में फीस बेहद कम होना, किताबें और वर्दी मुफ्त  निजी स्कूल की तर्ज पर पढ़ाई और  एडमिशन प्रक्रिया का सरल होना, स्मार्ट क्लास रूम, पढ़ाई के लिए ई-कंटेंट का प्रयोग इत्यादि है  । इस दौरान टीम सदस्य जितेंद्र गौतम, प्रदीप कुमार , रविंदर पाल सिंह, परमजीत कौर, गुरमेल सिंह, दलबीर सिंह , रजनीश कुमार गुलियानी, अमृत कौर इत्यादि उपस्थित थे। 
 

 स्कूलों में इनरोलमेंट बढ़ाना लक्ष्य : डीईओ

 
जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी  गुरशरण सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों में इनरोलमेंट बढ़ाना ही लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि लाजिमी तौर पर सरकारी स्कूल निजी स्कूलों को टक्कर देंगे।
 
 
 
 
 
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