पार्षद बलविंदर सिंह बिंदी के वार्ड में हुए अतिक्रमण को न हटाए जाने तक नगर निगम की किसी कार्यवाही में अकाली-भाजपा पार्षद नही लेंगे भाग

सरकार से फंड लाकर विकास करवाने की बजाय स्थानीय मंत्री अरोड़ा बेवजह जिता रहे है निगम के निजी फंड पर अधिकार
नगर निगम होशियारपुर की हंगामापूर्ण बैठक जो पार्षद बलविंदर सिंह बिंदी के द्वारा अपने वार्ड में पड़ते सरकारी पार्क से अतिक्रमण हटाने को लिए गए सख्त स्टैंड जिसमें तकरीबन सभी भाजपा अकाली पार्षदों के समर्थन उन्हें मिला।बाद में निगम की बैठक स्थगित करनी पड़ी थी।उसके उपरांत मेयर श्री शिव सूद के कार्यलय में अकाली भाजपा के पार्षदों की बैठक हुई।जिसमे पूर्व मंत्री श्रो सूद को भी बुलाया गया।आज की बैठक के संदर्भ में सभी पार्षद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बिंदी के साथ इस मामले में अपनी सहमति जताई।इस आपात बैठक में यह सर्वसम्मति से तय किया गया कि जब तक प्रशासन बलविंदर बिंदी के वार्ड के पार्क में हुए अतिक्रमण को नही हटाता तब तक कोई भी पार्षद निगम की किसी भी कार्यवाही में सहभागिता नही करेगा।सभी का मत यह था कि यह मामला जनहित से जुड़ा हुआ है।निगम प्रशासन के बार बार बोलने के वावजूद कोई हल नही निकला।कोई और विकल्प न मिलता देख बिंदी को यह कदम उठाना पड़ा,जिसमें सभी अकाली भाजपा पार्षदों ने एकजुट होंकर विरोध किया।
इसके अतिरिक्त सभी पार्षद ने प्रदेश सरकार द्वारा जो ग्रांटे निगम को पूर्व की अकाली भाजपा सरकार समय दी थी वो वापिस लेकर विकास कार्य ठप्प करवाने की निंदा की।उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ साल पहले सरकार आयी थी,लेकिन शहर का विकास करवाने के लिए आने तौर पर फैलसे किये।लेकिन स्थानीय सरकार के स्तर पर वो काम रुक गए,उससे वार्डों के काम प्रभावित हुए।आज की बैठक मंत्री अरोड़ा के आदेश पर बुलाई गई थी ताकि भविष्य में जो विकास कार्य अपने निजी फंड से किए जाने हैं।उसी बैठक में हाज़िर रह कर आने द्वारा विकास करवाने का दवाव बना कर झूठी ववाहवाही लूट सके।
सभी पार्षदों ने कहा कि सविधान में सभी को स्वययत्ता का दर्जा मिला हुआ है।इसके लिये अपने फंडों का खुद उपयोग करेगी।यदि सरकार का कोई मंत्री अलग से विकास करवाने में दिलचस्पी रखता है तो उसे सरकार से पैसे लेकर आने चाहिए न कि जो निगम के अपने फंड है उन्हें छेड़ा जाए।
ऐसा न करके मंत्री अरोड़ा ने यह साबित कर दिया कि उनके पास अपनी सरकार से कोई भी पैसे लाकर विकास कार्यों में लगाने की न तो नियत है और न ही नीति,जिसकी सभी पार्षद निन्दा करते है।।बैठक में एक बात की ओर निंदा हुई कि स्थानीय मंत्री द्वारा अपनी मांग रखने आये शहरनिवासियों  को नजरअंदाज करके निगम मीटिंग से उठ कर चोर दरवाज़े से निकल गए।मंत्री ने शहरवासियों का अपमान किया है।

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