लॉकडाऊन नियमों की सख्ती दौरान जिले में 896 व्यक्तियों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकना पड़ा मंहगा

लॉकडाऊन नियमों की सख्ती दौरान जिले में 896 व्यक्तियों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकना पड़ा मंहगा


3966 को बार -बार अपीलों के बावजूद मास्क न पहनने कारण 7,56,9 00 रुपए जुर्माना

नवांशहर, 6 जून ( जोशी ) : पंजाब सरकार की तरफ से मिशन फतेह के तहत लोगों को कोरोना के खतरे से सचेत करने की कोशशों की जानबूझ कर उल्लंघना करने वालों के खिलाफ जिले पुलिस की तरफ से स ती करनी शुरू कर दी गई है। एस पी पी अलका मीनाअनुसार कोरोना से बचाव के लिए सब से जरूरी नियमों में मुँह पर मास्क डालना और सार्वजनिक स्थानों पर बिलकुल भी नहीं थूकना है, परंतु बहुत से लोग इन जरूरी हिदायतों को भूलकर फ्री गलतियाँ करते हैं और अपनी, इन गलतियों के कारण अपने आसपास के लोगों को खतरे में डालते हैं। उन्होंने बताया कि बताया कि ऐसे लोगों को समझाने में असफल रहने के बाद पुलिस की तरफ से अब इन के चालान करने शुरू कर दिए गए हैं। जिससे वह अपनी गलती के कारण लगे जुर्माने को याद रखते हुए आगे से दोबारा गलती न करें।

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उन्होंने बताया कि सब से ज्यादा उलंघना लोग मास्क न डालने में करते हैं। जिले में 23 मई से अब तक आज तक ३९६६ लोगों के चालान कियेगए हैं। जिन को 7,56,900 रुपए जुर्माना किया गया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहाकि एक 10 रुपए के मास्क के पीछे वह 500 रुपए का जुर्माना भुगतना चाहते हैं या फ्री अपना मुंह किसी भी कपड़ा के साथ ढक्कने को पहल दें, यह अब उन पर निर्भर करेगा।
इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर थूक फेंकने की मनाही के बावजूद थूकने वाले 896 व्यकितयों को जुर्माने का सामना करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि मासक न डालना या थूक फेंकने का जुर्माना एक ही जैसा भाव 500 रुपए है। उन्होंने बताया कि थुक्क फैंक कर हम कोरोना को फैलने के खतरे को बढ़ाते हैं, इस लिए हमें समझदार बनना चाहिए।उन्होंने आगे बताया किउक्त दोनों उलंघनाओं के इलावा जो तीसरी गलती अक्सर लोग करते हैं, वह है वाहनों में निश्चित गिणती से अधिक सवारियों को बैठाना है। जिस कारण सरकार की तरफ से निर्धारित प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक १८२६ लोगों के चालान किये गए हैं।

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एस एस पी अलका मीना अनुसार पंजाब सरकार की तरफ से आरंभ किए मिशन फतेह को कामयाब करने में समाज का बड़ा हाथ है। यदि हम लॉकडाऊन नियमों की पूरी तरह पालना करेंगे तो इस के साथ जहाँ कोरोना के खतरे को दूर करेंगे। वहां अपने जिले और राज्य के बीच कोवडि को खत्म करने में भी सरकार की सहायता करेंगे।

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