वर्ष 2023 के लक्ष्य के साथ ही पूरा होगा निर्माण कार्य शाहपुर कंडी बैराज बांध के पावर हाऊसों के निर्माण के लिए सभी ओपचारिकताएं पूरी


( निर्माण अधीन शाहपुर कंडी बांध)

पंजाब और जम्मू कश्मीर को होगा लाभ,पाकिस्तान को एक बूंद भी नहीं जायेगा पानी 

शाहपुर कंडी बांध के पावर हाउस का हुआ ठेका


 निर्माण अधीन शाहपुर कंडी बांध।
उन्होंने बताया कि रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई शाहपुर कंडी बैराज बांध के पावर हाऊसों के निर्माण के लिए सभी ओपचारिकताएं पूरी हो चुकी है तथा इसी माह इन पावर हाऊसों का निर्माण कार्य बैराज बांध प्रशासन की और से शुरू कर दिया जाएगा ताकि निर्धारित समय में इस प्रोजेक्ट को राष्ट्र को समर्पित करके देश के विकास व ऊर्जा प्राप्त करने में इसका योगदान शामिल हो सके। उन्होने बताया कि बैराज बांध पर कुल 2785 करोड़ रूपये खर्च होने की संभावना है जिसके लिए बैराज बांध पर मुख्य बांध बनाने के  लिए सोमा बरैया कंपनी को 688 करोड़ रूपए  का ठेका दिया जा चुका है तथा इस समय इस के निर्माण कार्य को कंपनी की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होने बताया कि बैराज बांध के मुख्य बांध का निर्माण कार्य वर्ष 2022 में पूर्ण करने का लक्ष्य है तथा इसके साथ ही बांध परियोजना से नीचे छह किलोमीटर की दूरी पर गांव कमुयाल में बनने वाले सात पावर हाऊसों का निर्माण कार्य भी इसी माह शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए किसी राष्ट्रीय कंपनी को 637 करोड़ रूपए का ठेका दे दिया गया है।  


(चीफ इंजीनियर संदीप कुमार सलूजा)

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही भारत हैवी इलेक्टरीकल लिमिटेड की ओर से भी उक्त पावर हाऊसों पर टरवाईन लगाने, बिजली के आधुनिक तकनीक पर आधारित पैनल व अन्य सामान इंस्टाल करने के लिए कार्य करेगी जिसके लिए 403 करोड़ रूपए अतिरिक्त व्यय होने का अनुमान है। उन्होने बताया कि इस पूरे प्रोजेक्ट को वर्ष 2023 में पूर्ण करके राष्ट्र को समर्पित करके यहां से 206 मेगावाट बिजली का उत्पादन लिया जाएगा। वहीं पर बताया गया कि इस पूरे प्रोजेक्ट को बनाने के लिए पंजाब पावर कॉम की और से 71 प्रतिशत की दर से 1900 करोड़ रूपए दिए जा रहे है, जिसके लिए 29 प्रतिशत राशी पंजाब  सरकार दे रही है। 
           
इसी के साथ शाहपुर कंडी बांध के निर्माण के बाद ऐक तो रणजीत सागर बांध अपनी पूरी क्षमता 600 मैगावाट के हिसाब से कार्य कर सकता है साथ मे 206 मैगावाट बिजली उत्पादन शाहपुर कंडी बांध के होने के साथ साथ ही पंजाब की लगभग 5000 ऐकड़ जमीन और जम्मू कश्मीर प्रदेश की 32173 ऐकड़ जमीन को सिचाई के लिये पानी की व्यवस्था होगी साथ ही मे यहां हर वर्ष कई लाखें क्यूसिक पानी पड़ोसी देश पाकिस्तान को जाता था उस पर भी रोक लगे गी और ऐक बूंद पानी भी पानी भी पाकिस्तान को नही जायेगा। इस मौके पर उनके साथ एसई इंजीनियर गुरपिंदर सिंह संधू,  एसई हैड क्वाटर इंजीनियर नरेश महाजन, इंजीनियर लखविंदर सिंह, इंजीनियर जेआर डोगरा सहित अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे। 


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