LETEST.. 18,09434 रुपये धोखाधड़ी से पैसे डबल करने का झांसा देकर लाखों रूपये ठगने वाला आरोपी मामला दर्ज होने के करीब 5 माह बाद गिरफ्तार

दसूहा /तलवाडा 24 फरवरी (CHOUDHARY) : आज से लगभग 5 महीने पहले 18,09434 रुपये की धोखाधड़ी से पैसे डबल करने का झांसा देकर पैसे ठगने वाले आरोपी पर मामले दर्ज होने के करीब 5 माह बाद गिरफ्तार के बाद इस मामले में आरोपी सुखदेव सिंह डडवाल ने मुकेरिया कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी तलवाड़ा पुलिस को दी।इस दौरान थाना प्रभारी तलवाड़ा अजमेर सिंह व एएसआई हरजीत सिंह ने वताया हैं कि कंडी क्षेत्र के भोले भाले व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के पैसे डबल करने का झांसा देकर लगभग18,09434  रुपये ठगने वाले सुखदेव डडवाल  के खिलाफ तलवाड़ा पुलिस ने मामला दिनांक 30 सितंबर 2020 को तलवाड़ा थाना मे दर्ज किया था। मामला थाना तलवाड़ा के अधीन पड़ते गांव बहअत्ता का है। आरोपित की पहचान सुखदेव सिंह के रूप में हुई थी। आरोपित ने इलाके में लोगों को पैसा डबल करने का झांसा देकर उनके पैसे चिटफंड कंपनी में लगवाए जो बाद में फर्जी निकली। पुलिस ने यह मामला गांव बहअत्ता की सरपंच सुदर्शना देवी के बयान के आधार पर दर्ज किया गया था । हालांकि आरोपित व चिटफंड कंपनी के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए स्थानीय लोगों ने भी उस समय के तलवाड़ा थाना के एसएचओ भूषण सेखड़ी को ज्ञापन सौंपा था।आरोपित सुखदेव सिंह बीएसएनएल विभाग में नौकरी करता था। सेवामुक्त होने के बाद उसने उक्त चिटफंड कंपनी में एजेंट के तौर पर काम शुरू किया था। बीएसएनएल में लोकल इलाके में तैनात होने के कारण सुखदेव की आम लोगों में जान पहचान थी। फिलहाल पुलिस ने कंपनी के एजेंट सुखदेव सिंह डडवाल  के खिलाफ मामला दर्ज करके  मामले की जांच पड़ताल करनी शुरू कर दी गई थी।

200 से 250 लोगों को बना चुका हैं अपना शिकार

इस दौरान जांच अधिकारी एएसआइ हरजीत सिंह ने बताया कि यह मामला ग्राम पंचायत बहअत्ता की सरपंच सुदर्शना देवी की शिकायत पर दर्ज किया गया था। अपनी शिकायत में सुदर्शना देवी ने बताया कि आरोपित सुखदेव सिंह अपने आप को क्राइम फ्री इंडिया संगठन का जिला महासचिव बताता है। पैसे डबल करने का झांसा देकर उक्त आरोपित ने लोगों की खून पसीने की कमाई कंपनी में लगा दी। आरोपित ने इलाके के लगभग दो से ढ़ाई सौ लोगों को अपना शिकार बनाया और लगभग 10 करोड़ रुपये कंपनी में इनवेस्ट करवा दिए। आरोपित ने लोगों से यहां तक कहा था, की जिस कंपनी में आपका पैसा लगाया जा रहा है, वह सरकारी चिटफंड कंपनी है।

ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा

मामला तब खुला जब बीमे की किश्त खत्म हो गईं। लोगों ने आरोपित से अपने पैसों की मांग की तो आरोपित ने लोगों को बताया कि 2018 में कंपनी भाग गई है और हमारे पैसे देने से इंकार कर दिया। लोगों ने सारी बात उसे (सरपंच) बताई और जब उसने सुखदेव सिंह से बात की तो सुखदेव ने उसे ही धमकियां देनी शुरू कर दी कि यदि मामला उठाया तो उसे ही सरपंची से सस्पेंड करवा देंगे। इन कंपनियों को सरकारी बता लगवाए लोगों के पैसे आरोपित ने लोगों को किम इंफ्रास्ट्रक्टर एंड डेवलपर्स लिमिटेड, नेक्टर कमर्शियल एस्टेट लिमिटेड, केन एग्रीकल्चर डेवलपर्स इंडिया लिमिटेड, फा‌र्च्यून प्रीमियम नेटमारट नामी कंपनियों को सरकारी बताकर पैसे इक्ट्ठे किए थे। जब लोगों के पैसे मेच्यूर हुए तो उन्हें बताया कि कंपनियां फर्जी निकली हैं और कंपनी के मालिक कहीं दौड गए।

ठगी के शिकार होने वाले लोग क्या बोले

ठगी के शिकार पीड़ित बोले जीवन भर की कमाई लूट ली हमारी ठगी के शिकार रविदर सिंह ने बताया कि आरोपित सुखदेव सिंह ने उसके व सुदेश कुमारी से 270000, बनवारी लाल निवासी बह नंगल से 48000 रुपये, रविदर कुमार निवासी गांव बह चूहड़ से 180000 रुपये, गौरव शर्मा, पलवी मेहता निवासी बह चूहड़ से 187176 रुपये, मेहर सिंह व उसकी पत्नी निशा रानी निवासी बह नंगल से 180798 रुपये, यशविदर सिंह व उसकी माता पुष्पा रानी निवासी बह अत्ता से 42000 रुपये, कुलजीत सिंह निवासी बहअत्ता से 75900 रुपये, सुदर्शना कुमारी निवासी बह अत्ता से 18000 रुपये, दिनेश कुमार निवासी गांव कोठी से 72000, विभीषन सिंह निवासी बह अत्ता से 60000, ओंकार चंद निवासी गांव कोठी से 550000, चतर सिंह निवासी बह अत्ता से 12760, मदन लाल निवासी रेडू पत्ती से 43200, अजय कुमार निवासी गांव बह रंगा से 34800, निखिल निवासी बह रंगा से कुल 18,09434 रुपये की धोखाधड़ी की है। इसके अलावा आसपास के कई गांवों के लोगों के लगभग 10 करोड़ रुपये के करीब की धोखाधड़ी की है।इस दौरान थाना प्रभारी तलवाड़ा अजमेर सिंह व एएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि तलवाड़ा पुलिस ने मामले के आरोपी सुखदेव सिंह डडवाल को 
गिरफ्तार कर लिया गया है।इस के पश्चात तलवाड़ा पुलिस के द्वारा कंपनी के मालिकों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।सुखदेव की गिरफ्तारी के बाद उसे चार दिनों के रिमाड पर लाया गया है।अब सुखदेव सिंह डडवाल की सहायता से पता चलेगा कि कंपनी किसकी थी और उसने पैसे कहां जमा करवाए हैं। इलाके में उसके साथ और कौन-कौन लोग इस धोखाधड़ी के संगीन मामले से जुड़े हुए थे।

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