जिला प्रशासन की तरफ से ‘नौ वन स्लीप हंगरी’ प्रोगराम जारी,वैबसाईट पर ऑनलाइन फार्म भरकर बताई जा सकती है दिलचसपी

जिला प्रशासन की तरफ से समाज सेवियों और दानीयों के लिए ‘नौ वन स्लीप हंगरी’ (कोई न सोए भूखा) प्रोगराम जारी
–जिलेे की वैबसाईट पर ऑनलाइन फार्म भरकर बताई जा सकती है दिलचसपी
–जिन स्थानों पर मदद की जरूरत है उन की सूची भी उपलबध
नवांशहर, 31 मार्च (जोशी)
जिला प्रशासन की तरफ से कोरोना वायरस की रोकथाम के चलते कर्फ़्यू के दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अलग-अलग संस्थांओं और दानी सज्जनों की तरफ से किये जा रहे प्रयास को हर एक योग्य व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए आज ‘नौ वन स्लीप हंगरी’ (कोई न सोए भूखा) प्रोगराम जारी किया गया।
डिप्टी कमिशनर विनय बबलानी ने एस एस पी अलका मीना और अन्य आधिकारियों की मौजुदगी में इस प्रोगराम को जारी करते हुए बताया कि जिले में गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए बड़े स्तर पर लोगों में जोश को देखते हुए, उन के काम को तरतीब देने के लिए यह प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जिले में चल रही सेवा के दौरान कई बार एक ही परिवार के पास दो या तीन बार मदद पहुंच जाती है और किसी के पास एक बार भी नहीं पहुंत पाती। उन्होंने बताया कि जिले की वैबसाईट नवांशहर डॉट एन सी डॉट इन्न पर मौजूद इस प्रोगराम के लिंक पर कोई भी समाज सेवीं संस्था या दानी सज्जन सर्पक करके अपनी रूचि का ऑनलाइन फार्म भर सकता है। उस फार्म भरने के दौरान वैबसाईट पर मौजूद जरूरी मदद वाले स्थानों में से किसी एक या और ज्यादा के बारे बताना भी पड़ेगा कि वे किस इलाके में इन लोगों की मदद करना चाहता है। इस के इलावा उसे ऑनलाइन फार्म में राशन पैकेट, पकाऐ खाने, दूध, फल, मास्क, सैनेटाईजर, सब्जियों या अन्य सामान के बारे बताना भी पड़ेगा कि वह कौन सी चीज बांटना चाहता है। उसे यह भी बताना पड़ेगा कि वह इस सेवा को कितने अंतराल के लिए करना चाहता है, मसलन कितने दिन बाद दोबारा या एक ही बार। यह सारी जानकारी भरने के बाद उसे ‘सबमिट’ का बटन दबाना पड़ेगा और यह फार्म जिला प्रशासन के पास पहुंच जायेगा।
सहायक कमिशनर दीपजोत कौर जो कि ‘नौ वन स्लीप हंगरी’ (कोई न सोए भूखा) प्रोगराम के इंचार्ज बनाऐ गए हैं। उन्होंने ने बताया कि संस्था या दानी सज्जन की तरफ से ‘सबमिट’ किये जाने के बाद वह इस को सम्बन्धित एस डी एम के पास भेजेंगे। जिन की तरफ से सम्बन्धित संस्था या व्यक्ति को फोन करके मंजूूरी जारी की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोगराम को बनाने में गुरू राम दास गरुप शैक्षिक संस्था के चेयरमैन हरप्रीत सिंह का विशेष योगदान रहा है।
इस मौके डी एस पी दीपिका सिंह और हरप्रीत सिंह चेयरमैन जी आर डी भी मौजूद थे।

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