आर्थिक तंगी की जंग लडऩे वाले अध्यापकों को कुचलने लगी कैप्टन सरकार, पांच अध्यापक मुअत्तल

-सांसद भगवंत मान ने समर्थन देने का पेशकश की, अध्यापक नहीं मानें
होशियारपुर/ जालंधर (आदेश परमिंदर सिंह) आर्थिक तंगी से जूझ रहे और अपने वेतन में कटौती को लेकर धरने पर बैठे अध्यापकों को कैप्टन सरकार ने बड़ा झटका दिया है। शिक्षा विभाग के डीपीआई ने रमसा के पांच अध्यापकों को तत्काल सस्पौंड करने के निर्देश दे दिए हैं। इन्में भरत कुमार पटियाला, हरविंदर सिंह रखड़ा पटयिाला, हरदीप सिंह पटियाला, हरजीत सिंह टोडरपुर बठिंडा और दीदार सिंह मुद्दकी फिरोजपुर शामिल हैं।
इस संबंध में शिक्षा मंत्री पी. सोनी ने कहा कि है अध्यापकों को चेतावनी दी थी कि वह धरना छोड़ देंं और स्कूलों मेंं जाएं मगर वह नहीं माने और उनको स्सपैंड कर दिया गया। गौरतलब है कि जब अध्यापक कल सांय पटयिाला में मरन वर्त पर बैठे हुए थे तो सांसद भगवंत मान, विप्क्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और सर्वजीत कौर ने समर्थन की पेशकश की थी लेकिन उन्की इस मांग को ठुकराते हुए अध्यापकों ने उन्के साथ स्टेज साझा करने से भी इन्कार कर दिया था और कहा था कि वह अपनी जंग खुद लडऩे में सक्ष्म हैं।
शिक्षा मंत्री को ठेंगा दिखाते हुए पटियाला में ही कुछ और अध्यापकों ने भी मरन वर्त पर बैठने का फैसला कर लिया है। इसके अलावा अध्यापकों की कई अन्य जत्थेबंधियां भी रमसा को समर्थन देने पर फैसला लेने में जुट गई हैं।
फोटो अैचअैसपी. 9-01 धरना प्रदर्शन के दौरान अध्यापक।

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